anandsandesh – Spiritual Story

भजन-अभ्यास
“दिन के एक घंटे की प्रार्थना द्वारा मुझे दिन बाकी केतेईस घण्टों में ठीक प्रकार कार्य करने की शक्ति प्राप्त होती है।

दिव्य संगीत
“यह दिव्य संगीत सम्पूर्ण सृष्टि की पालना करने वाला है — सभी ध्वनियों का प्राण है।
प्रश्नावली -कर्म सिद्धांत
- प्रश्न. क्या हम अपने बुरे कर्मों के स्वयं जिम्मेवार है?
- प्रश्न. क्या जीवन में सब कुछ पहले से ही निर्धारित होता है ?
- प्रश्न. एक पवित्र व धर्म निष्ठ जीवन जीते हुए भी कुछ लोग दुःख क्यों भोगते हैं?
- प्रश्न. यदि परमात्मा दयालु है तो वह कठिनाइयों और दुःख क्यों आने देता है ?
- प्रश्न. ऐसा क्यों है कि कोई राजा है तो कोई भिखारी, कोई ज्ञानी है तो कोई अज्ञानी? सभी मनुष्यों को एक समान अच्छा जीवन व्यतीत करने का अवसर क्यों नहीं दिया जाता
- आत्मा पृथवी पर बार आ क्यों आती है ?
Satsang Story
Mantra || मंत्र – चेतना को परम चेतना तक पहुंचाने का साधन
ईश्वर नाम है उस शक्ति का जो प्रत्यक्ष न होते हुए भी सभी जगह है। पृथ्वी के कण-कण, अणु- अणु में ईश्वर की उपस्थिति दर्ज...
दुनिया में किस तरह रहना चाहिए?
दुनिया में किस तरह रहना चाहिए? संसार में ऐसी कोई भी वस्तु तैयार नहीं की गई, जिसकी ज़रूरत न हो या जो बिल्कुल बेकार और...
मौन ! हमारे लिए क्यों जरूरी है मौन ?
मौन कई प्रकार का होता है। वाणी का मौन यानि मुँह से कुछ न बोलना और आत्मा में जागना और ऐसा देखना की न स्वपन...
सच्चे मन से पुकारो भगवान जरूर सुनते हैं।
सच्चे मन से पुकारो मीरा जी जब भगवान कृष्ण के लिए गाती थी तो भगवान बड़े ध्यान से सुनते थे। सूरदास जी जब पद गाते...
जय सच्चिदानंद जी का अर्थ | jai sachidanand ji
जय सच्चिदानंद जी जय सच्चिदानंद जी जो जगत् की उत्पत्ति, स्थिति और विनाश के हेतु हैं, तथा जो तीनों प्रकार के ताप के नाशकर्ता हैं,...
सिमरण की आदत कैसे डालें
सिमरण की आदत सिमरण से आत्मा की शक्ति उजागर होती है। जितना हो सके सिमरन करो। यह नकरात्मक शक्तिओं से बचाता है। तन और मन...