बच्चों की छुट्टियों को बनाएं स्पैशल

बच्चों की छुट्टियों

गर्मी की लम्बी छुट्टियों शुरू हो गई और इसके साथ शुरू हो गया है घर प बच्चों का धमाल छुट्टियां बच्चों के लिए जितनी मजेदार होती है, पेरेंट्स के लिए उतनी ही जिम्मेदारी से भरी हुई होती हैं।

अपने बच्चों की छुट्टियों को आप भी खास और क्रिएटिव बना सकती हैं, उन्हें खेल हो खेल में बहुत कुछ सिखा सकती हैं। यदि आप वर्किंग है तो आप अपने बच्चों को समर कैम्प एवं हॉबी क्लासेज इत्यादि में भेज सकती है, जिससे इस बार की छुट्टियों में बच्चे वह सीख सकें जिनके लिए उन्हें सारा साल वक्त नहीं मिलता। इस बात का ध्यान रखें कि वे मोबाइल एवं अन्य गैजेट्स से दूर रहें।

बच्चों की रुचि व क्षमता को जानें समर वेकेशन में बच्चे को किसी भी क्लास में भेजने से पहले उसको पर्सनैलिटी को समझें, उसकी रुचि और क्षमता के अनुसार हो उसे समर क्लासिज में भेजें।

यदि आपके बच्चे को संगीत में रुचि नहीं है तो वह म्यूजि क्लास में बहुत जल्दी बोर हो जाएगा। पेरेंट्स लिए सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि उनके बच्चे की रुचि किस चीज में है, फिर उसी के हिसाब से प्लानिंग करें ताकि आपका बच्चा अच्छी तरह से अपनी पसंदीदा कला को सीख सके।

पब्लिक स्पीकिंग

पब्लिक स्पीकिंग बच्चों के लिए ही नहीं, बल्कि हर किसी के लिए जरूरी है। बच्चों को यह सिखाना बेहद जरूरी है कि वे अपनी बात दूसरों के सामने कैसे रखें। पब्लिक स्पीकिंग से बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ता है और वे किसी भी प्रेजेंटेशन से घबराते नहीं।

डांस एवं एक्टिंग

डांस एवं एक्टिंग के क्षेत्र है जहाँ बच्चे को स्टेज प्रेस मिलता है, उसका कॉफिस बढ़ता है और बॉडी लैंग्वेज भी पाजिटिव हो जाती है। डांस, ड्रामा एवं एक्टिंग आगे चल कर भले ही आपके बच्चे का करियर नबने परंतु इनसे उसकी क्रिएटीविटी और आत्मविश्वास बढ़ता है। साथ ही बच्चे की पर्सनैलिटी में सकारात्मक बदलाव आते हैं।

स्पोर्टस

आपके बच्चे की जिस स्पोर्ट्स में रुचि हो, उसे उसके लिए प्रोत्साहित जरूर करें। आजकल अधिकतर बच्चों में विटामिन डीउ और विटामिन बी 12 की कमी इसीलिए पाई जाती है क्योंकि वे सारा दिन घर के अंदर अपने गैजेट्स के साथ बिजी रहते हैं और उनकी फिजीकल कोई एक्टीविटी नहीं हो पाती।

समर वेकेशन में बच्चों को खासकर ऐसी क्लासेज में भेजें, जहां उन्हें आऊटडोर स्पोर्ट्स सिखाई जाएं और उनकी फिजीकल एक्टीविटी हो सके।

प्रैक्टीकल साइंस

प्रैक्टीकल साइंस से जुड़ी क्लासेज बच्चों के लिए बहुत फायदेमंद है, किताबें पढ़कर बच्चे उतना नहीं समझ पाते, जितना वे खुद एक्सपेरीमेंट करके सीखते हैं। यदि आपके बच्चे की साइंस में रुचि है तो उसे ऐसी क्लासेज में भेजें, जहां उसे साइंस के एक्सपेरीमेंट्स कराए जाएं, इससे बच्चे की साइंस में रुचि और बढ़ जाएगी तथा वह किताबी ज्ञान के साथ ही प्रैक्टीकल साइंस को भी समझ पाएगा।

कुकिंग आपको अपने बच्चों को कुकिंग जरूर सिखानी चाहिए, चाहे बेटा हो या बेटी, बेसिक कुकिंग हर बच्चे को आनी चाहिए। यदि आप अपने बेटे को भी कुकिंग सिखाती हैं तो उसे यह पता चलता है कि कुकिंग में कितनी मेहनत लगती है और जितने प्यार से आप कुकिंग करते हैं, उसमें उतना ही स्वाद आता है।

कुकिंग सीखने के बाद आपके बच्चे भोजन का महत्व समझ पाएंगे और खाना बर्बाद नहीं करेंगे।

गार्डनिंग

यदि आप अपने बच्चे को कहीं बाहर नहीं ले जा पा रही हैं या क्लासेज में नहीं भेज पा रही हैं तो उसे घर पर ही किचन गार्डनिंग सिखाएं। गार्डनिंग करने से बच्चे को यह पता चलता है कि हम जो भी खाते-पीते हैं, वह इतनी आसानी से नहीं मिलता, उसके लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है।

आप अपने बच्चे को घर में ही आसानी से उगने वाले पौधे जैसे कि हरी मिर्च, हरा धनिया एवं टमाटर आदि उगाना सिखा सकती हैं।

जब आपका बच्चा खुद गार्डनिंग करेगा तो उसकी घर में बने खाने में रुचि भी बढ़ेगी क्योंकि बच्चे अपनी उगाई हुई हर चीज टेस्ट करना चाहते हैं। गार्डनिंग सिखाकर आप अपने बच्चे को भोजन का महत्व और हैल्दी ईटिंग हैबिट्स सिखा सकती हैं।

समर कैम्प भेजें

गर्मियों की छुट्टियों में बच्चों को ऐसे समर कैम्प में भेजें, जहां उनको 4-5 दिन के लिए घर और पैरेंट्स से दूर ले जाया जाता है। वहां बच्चों को किसी भी तरह के गैजेट्स ले जाने की इजाजत नहीं होती।

ऐसे कैम्प में बच्चों को ढेर सारी फिजीकल एक्टीविटीज कराने के साथ ही उनसे उनके बेसिक काम भी खुद करवाए जाते हैं।

ऐसे कैम्प में बच्चे आत्मनिर्भर बनना सीखते हैं और गैजेट्स से भी दूर रहते हैं। अपने परिवार से दूर रह कर जब बच्चे अपनी लाइफ मैनेज करते हैं, तो उनका आत्मविश्वास भी बढ़ता है।

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