निम्म देया पत्तेया नू खान वालेया – Nimm deya patteya lyrics Bhajan

निम्म देया पत्तेया नू खान वालेया गुफ़ा च समाधियाँ लगान वालेया निम्म देया पत्तेया नू खान वालेया गुफ़ा च समाधियाँ लगान वालेया -2 1 . खा-खा निम्म ते शरीर सुकेया,कोमल शरीर विचो खून मुकेया -2 प्रेम दिया फाइया गल पान वालेया ,गुफ़ा च समाधियाँ लगान वालेया -2 निम्म देया पत्तेया नू खान वालेया …. 2 … Read more

जब हनुमान ने तीनों का घमण्ड चूर किया

हनुमान संसार में किसी का कुछ नहीं। ख्वाहमख्वाह अपना समझना मूर्खता है, क्योंकि अपना होता हुआ भी, कुछ भी अपना नहीं होता। इसलिए हैरानी होती है, घमण्ड क्यों? किसलिए? किसका? कुछ रुपये दान करने वाला यदि यह कहे कि उसने ऐसा किया है, तो उससे बड़ा मुर्ख और कोई नहीं और ऐसे भी हैं, जो … Read more

Shri Guru Mahima lyrics | श्री आनंदपुर की श्री गुरु महिमा

Shri Guru Mahima lyrics – श्री गुरु महिमा श्लोक ॥ साकार रूपं परमात्मनः हेआत्मस्थितं तत् तव दर्शनं श्रीः । आनन्दसिन्धौ स्मरणं त्वदीशःमधुरोपदेशं शं ते दयालोः ॥ चरणारविन्दे कोटिः प्रणामःबद्धाञ्जलिभ्यो इव प्रार्थनैषा ।वरदायकः यत् हस्तः त्वदीयःशिरसा सदैव दृष्टि: कृपालोः ॥ अर्थात् हे श्री परमहंस दयाल जी महाराज! आप निराकार परमात्मा के साकार स्वरूप हैं। आपके पावन … Read more

LOVE IS GOD GOD IS LOVE

LOVE IS GOD GOD IS LOVE ।। दोहा ।। दादू पाती प्रेम की, विरला बांचै कोई । वेद पुरान पुस्तक पढ़े, प्रेम बिना क्या होई ।। Meaning Whosoever reads the letter of love is rare. Reading Veda, Purana and books, Of no use without love, Dadu says fair. Great saint Dadu Dayal ji describes that … Read more

रावण के जन्म की कथा

रावण के जन्म की कथा जब श्रीराम अयोध्या में राज्य करने लगे तब एक दिन समस्त ऋषि-मुनि श्रीरघुनाथजी का अभिनन्दन करने के लिये अयोध्यापुरी में आये। श्रीरामचन्द्रजी ने उन सबका यथोचित सत्कार किया। वार्तालाप करते हुये अगस्त्य मुनि कहने लगे, “युद्ध में आपने जो रावण का संहार किया, वह कोई बड़ी बात नहीं है, परन्तु … Read more

रामायण युद्ध में हनुमान

रामायण युद्ध में हनुमान रामायण के सुन्दर काण्ड में हनुमान जी के साहस और देवाधीन कर्म का वर्णन किया गया है। हनुमानजी की भेंट रामजी से उनके वनवास के समय तब हुई जब रामजी अपने भ्राता लछमन के साथ अपनी पत्नी सीता की खोज कर रहे थे। सीता माता को लंकापति रावण छल से हरण … Read more

पूजा-अर्चना का विशेष दिन है महाशिवरात्रि

महाशिवरात्रि साल में कुल 12 शिवरात्रि आती हैं, लेकिन फाल्गुन मास की महाशिवरात्रि का विशेष महत्व है। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार इस दिन भगवान शिव और शक्ति का मिलन हुआ था। शिवरात्रि का अर्थ “वह रात्रि जिसका शिवतत्त्व से घनिष्ठ संबंध है”। भगवान शिव की अतिप्रिय रात्रि को शिवरात्रि कहा जाता है। शिव पुराण के … Read more

भक्तों की सब मनोकामनाएं परी करे महाशिवरात्रि व्रत

महाशिवरात्रि व्रत महाशिवरात्रि पर्व जिसमें सारा जगत शयन करता है जो विकार रहित है व शिव है, अथवा जो अमंगल का नाश करते हैं, वे ही सुखमयी मंगल रूप भगवान शिव हैं जो सारे जगत को अपने अंदर लीन कर लेते हैं, वे ही करुणासागर भगवान शिव हैं। महासमुद्र रूपी शिव जी ही एक अखंड … Read more

हनुमान जी का जन्म कैसे हुआ

हनुमान जी का जन्म यूं तो भगवान हनुमान जी को अनेक नामों से पुकारा जाता है, जिसमें से उनका एक नाम वायु पुत्र भी है। जिसका शास्त्रों में सबसे ज्यादा उल्लेख मिलता है। शास्त्रों में इन्हें वातात्मज कहा गया है अर्थात् वायु से उत्पन्न होने वाला। कैसे हुआ हनुमान जी का जन्म पुराणों की कथानुसार … Read more

दानवीर कर्ण

दानवीर कर्ण कर्ण कुंती का पुत्र था। पाण्डु के साथ कुंती का विवाह होने से पहले ही इसका जन्म हो चुका था। लोक-लज्जा के कारण उसने यह भेद किसी को नहीं बताया और चुपचाप एक पिटारी में रखकर उस शिशु को अश्व नाम की नदी में फेंक दिया था। इसके जन्म की कथा बड़ीविचित्र है। … Read more