रामायण युद्ध में हनुमान

रामायण युद्ध में हनुमान रामायण के सुन्दर काण्ड में हनुमान जी के साहस और देवाधीन कर्म का वर्णन किया गया है। हनुमानजी की भेंट रामजी से उनके वनवास के समय तब हुई जब रामजी अपने भ्राता लछमन के साथ अपनी पत्नी सीता की खोज कर रहे थे। सीता माता को लंकापति रावण छल से हरण … Read more

पूजा-अर्चना का विशेष दिन है महाशिवरात्रि

महाशिवरात्रि साल में कुल 12 शिवरात्रि आती हैं, लेकिन फाल्गुन मास की महाशिवरात्रि का विशेष महत्व है। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार इस दिन भगवान शिव और शक्ति का मिलन हुआ था। शिवरात्रि का अर्थ “वह रात्रि जिसका शिवतत्त्व से घनिष्ठ संबंध है”। भगवान शिव की अतिप्रिय रात्रि को शिवरात्रि कहा जाता है। शिव पुराण के … Read more

भक्तों की सब मनोकामनाएं परी करे महाशिवरात्रि व्रत

महाशिवरात्रि व्रत महाशिवरात्रि पर्व जिसमें सारा जगत शयन करता है जो विकार रहित है व शिव है, अथवा जो अमंगल का नाश करते हैं, वे ही सुखमयी मंगल रूप भगवान शिव हैं जो सारे जगत को अपने अंदर लीन कर लेते हैं, वे ही करुणासागर भगवान शिव हैं। महासमुद्र रूपी शिव जी ही एक अखंड … Read more

हनुमान जी का जन्म कैसे हुआ

हनुमान जी का जन्म यूं तो भगवान हनुमान जी को अनेक नामों से पुकारा जाता है, जिसमें से उनका एक नाम वायु पुत्र भी है। जिसका शास्त्रों में सबसे ज्यादा उल्लेख मिलता है। शास्त्रों में इन्हें वातात्मज कहा गया है अर्थात् वायु से उत्पन्न होने वाला। कैसे हुआ हनुमान जी का जन्म पुराणों की कथानुसार … Read more

दानवीर कर्ण

दानवीर कर्ण कर्ण कुंती का पुत्र था। पाण्डु के साथ कुंती का विवाह होने से पहले ही इसका जन्म हो चुका था। लोक-लज्जा के कारण उसने यह भेद किसी को नहीं बताया और चुपचाप एक पिटारी में रखकर उस शिशु को अश्व नाम की नदी में फेंक दिया था। इसके जन्म की कथा बड़ीविचित्र है। … Read more

shiv status in hindi

shiv status or Shayri जीता हूँ शान से ,भोलेनाथ तेरे नाम से ..🙏🙏 कैसे कह दूँ कि मेरी, हर दुआ बेअसर हो गई, मैं जब जब भी रोया, मेरे भोलेनाथ को खबर हो गई । कोई दौलत का दीवाना, कोई शोहरत का दीवाना, शीशे सा मेरा दिल, मैं तो सिर्फ महादेव का दीवाना…हर हर महादेव … Read more

प्रातः काल का भ्रमण पर निबंध

प्रातः काल का भ्रमण व्यक्ति को सबसे पहले अपने स्वास्थ्य की सुरक्षा करनी चाहिए क्योंकि व्यक्ति के बहुत से कर्त्तव्य होते हैं। इन कर्त्तव्यों को बिना अच्छे स्वास्थ्य के पूरा नहीं किया जा सकता है। स्वास्थ्य की रक्षा के अनेक साधन होते हैं। प्रातःकाल के भ्रमण का इन साधनों में बहुत महत्व है।प्रातः काल का … Read more

बसंत ऋतु – ऋतुओं का राजा

बसंत ऋतु भारत को अनेक ऋतुओं का देश माना जाता है। भारत में सर्दी-गर्मी, बरसात-पतझड़, वसंत-ग्रीष्म आदि छ: ऋतुएँ आती जाती रहती हैं। साल में आने वाली बसंत ऋतु सबकी प्रिय होती है। बसंत ऋतु के आने पर पूरा प्राणी जगत हर्ष और उल्लास से झूम उठता । बसंत ऋतुओं का राजा होती है इसी … Read more

ग्रीष्म ऋतु पर निबंध

ग्रीष्म ऋतु साल में चार मौसम होते हैं और इन चारों मौसम में सबसे गर्म गर्मी का मौसम होता है। भारत में छ: ऋतुएँ होती हैं जो एक के बाद एक आती रहती हैं। उन छ: ऋतुओं में से एक ग्रीष्म ऋतु होती है। जब बसंत ऋतु समाप्त होती है तब ग्रीष्म ऋतु आती है। … Read more

शीत ऋतु पर निबंध

भारत एक ऋतुओं का देश है। भारत में छ: ऋतू हैं जो निरंतर चलती रहती हैं। भारत की छ: ऋतू बसंत ऋतू, वर्षा ऋतू, शरद ऋतू, ग्रीष्म ऋतू, हेमंत ऋतू और शीत ऋतू हैं। शीत ऋतु शीत ऋतू का आगमन शरद ऋतू के बाद और बसंत ऋतू के आगमन पर समाप्त होती है। भारत में … Read more

क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद

क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक एवं लोकप्रिय स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद का जन्म 23 जुलाई, 1906 को मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले के भाबरा नामक स्थान पर हुआ। उनके पिता का नाम पंडित सीताराम तिवारी एवं माता का नाम जगदानी देवी था। उनके पिता ईमानदार, स्वाभिमानी, साहसी और वचन के पक्के थे। यही … Read more

लाल बहादुर शास्त्री

लाल बहादुर शास्त्री भारत के द्वितीय प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का जन्म 2 अक्टूबर, 1904 को मुगलसराय, उत्तर प्रदेश में ‘मुंशी शारदा प्रसाद श्रीवास्तव’ के यहां हुआ था। इनके पिता प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक थे। ऐसे में सब उन्हें ‘मुंशी जी’ ही कहते थे। बाद में उन्होंने राजस्व विभाग में क्लर्क की नौकरी कर ली … Read more