Richa
SURRENDER Yourself – Human beings are the essence of the Lord
SURRENDER Yourself Human beings, by nature, seeks support or refuge of someone or the other. Why so? Human beings are the essence of the Lord. Hence they need the protection of their Supreme Father, the Lord. Thus it becomes habitual to them to seek the refuge of someone or the other. Human beings have been … Read more
Nangli ch rehan waleya lyrics
Nangli ch rehan waleya || नंगलीं च रहणं वालेयाँ, तेरी शान निरालीं ऐ-२, वें तेरे नाल लावाँ लित्तियाँ,साढ़ीं रोज दीवाली ऐ-२ साँवरें नें दिल मँगयां, असीं झटपट हाँ कीतीं-२, ओ, जन्माँ साथ मेरा,मेरे दाता नें हाँ कीतीं-२,… सोहणें-सोहणें नैनां वालेयाँ, दिल अड्या ई तेरे तें-२, ओ,नंगलीं च रहणं वालेयाँ, असीं आशिक तेरे तें-२,… तेरे पिछें … Read more
साई लाडी शाह जी
लाडी साई जी बाबा मुराद शाह जी के भतीजे थे। जिसको बाबा मुराद शाह जी ने आप चुना था। उनका नाम विजय कुमार बल्ला था। लाडी साई नाम उनके मुर्शिद ने उनको दिया था। लाडी साई जी का जन्म कब हुआ था ? लाडी साई जी का जन्म 26 सितंबर 1946 को हुआ था। उनकी … Read more
Virat Kohli – The King of Indian Cricket
Virat Kohli का जीवन परिचय जन्म 8 नवम्बर 1988 जन्म स्थान दिल्ली उम्र 34 साल माता का नाम सरोज कोहली पिता का नाम प्रेम कोहली पत्नी का नाम अनुष्का शर्मा बेटी का नाम वामिका विराट कोहली की height 1 .75 m or 5 ft 9 in Batting Right Handed Bowling Medium Right-Arm विराट कोहली भारतीय … Read more
Krishna Mantra – Hare Krishna mantra , kirtan
Krishna Mantra – श्री कृष्ण मंत्र hare krishna mantra हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे हरे, हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे भारत में अनेक तीर्थस्थान है जहाँ योगीजन एकांत में ध्यान करने जाते हैं, जैसा कि भगवद गीता में बताया गया है। परपरागत रूप से, हरे कृष्ण, योग किसी सार्वजनिक … Read more
अजवाइन के लाभ
आजवाइन की खेती पूरे भारत में की जाती है। घरेलू औषधि से लेकर मसाले और आयुर्वेदिक दवाओं मे | इसका उपयोग किया जाता है। आयुर्वेद में अजवाइन को एक गुणकारी औषधि माना गया है। यह कफ, कृमि, वमन, हिचकी, मितली, यकृत दोष, खट्टी डकार, मूत्र विकार, अफारा, अतिसार को नष्ट करती है। यूनानी मत के … Read more
विनती – श्री नंगली साहिब
औगनहार की बेनती सुनो ग़रीब निवाज़। जे मैं पूत कपूत हूं बहुड़ पिता को लाज ।। नहीं विद्या नहीं बाहु बल नहीं ख़रचन को दाम । ‘तुलसी’ मो सम पतित की पत राखो श्री राम ।। अवसर राखी द्रौपदा संकट ज्यों प्रह्लाद । कहन सुनन की कछु नहीं शरण पड़े की लाज ।। गुरु जी … Read more