आनंद के स्त्रोत कहाँ है -संतो ने नट की कथा द्वारा हमे समझाया है

सद्गुरु से दीक्षा लेने वाले शायद प्रारम्भिक अवस्था में ‘शब्द’ का अर्थ अच्छी तरह से नहीं समझ पाते हैं क्योंकि अधिकांशत जिज्ञासुओं की यह सामान्य धारणा होती है कि जब एक बार सद्गुरु किसी साधक को दीक्षा दे देते हैं तो उसके बाद उनकी ज़िम्मेवारी समाप्त हो जाती है। परन्तु हकीकत इसके विपरीत है। वास्तव … Read more

धन प्राप्ति उपाय – क्यों लगाना चाहिए परमार्थ में धन ..

धन प्राप्ति उपाय

पवित्र धन प्राप्ति उपाय ॥ दोहा ॥  धन के भागी चार हैं, धर्म, चोर, नृप, आग ।। कोपहँ ता पै भ्रात त्रै, करें जो ज्येष्ठहिं त्याग ॥ दूसरे तीनों भाई धर्म की इज़्ज़त करते हैं। जो लोग धर्म में है – धन लगाते हैं उनको यह तीनों भाई कुछ नहीं कहते, क्योंकि वे समझते हैं … Read more