श्री गुरु महिमा
॥ दोहा ॥ श्री गुरु चरणन नमन करूँ, कोटि कोटि प्रणाम । जिनकी किरपा प्रताप से, पूरण हों सब काम ॥ गुरु मूरत के ध्यान से, कटें कोटि अपराध । धारें हृदय ऋषि मुनि, साधुन प्रीति अगाध ॥ ॥चौपाई॥ श्री परमहंस गुरुदेव स्वामी । पारब्रह्म युग पुरुष अनामी ॥ होय प्रकट कलि के युग अंदर … Read more