कथनी और करनी
॥ कविता ॥ – कथनी और करनी का भेद अड़सठ तीरथ कर ले चाहे काशी और हरिद्वार,पढ़ ले पुराण अठारह, सभी शास्त्र व वेद चार ।तुला दान, गो दान, सब कर ले कर्म अपार,मन से किए कर्म ये सारे, बढ़ाते हैं अहंकार । केवल कथा साथ न दे, कर करनी पर विचार,बिना किए मिले न … Read more