सुरत शब्द योग – सतगुरु प्रेमिओं के लिए ध्यान करने का तरीका

सुरत शब्द योग का अर्थ सुरत शब्द योग सुरत का अर्थ – आत्मा , शब्द का अर्थ – नाम (जो सतगुरु द्वारा हमे मिला है ) , योग का अर्थ – मिलन (आत्मा का परमात्मा से मिलान ) जो प्रक्रिया आत्मा को अपने मूल स्त्रोत परमात्मा की ओर ले जाये उस अन्तर्मुखी प्रक्रिया को सुरत … Read more

exercise kab karni chahiye

पुरुषों को शाम को , महिलाओं को सुबह को करनी चाहिए Exercise exercise kab karni chahiye – सुबह के समय व्यायाम करना अधिक फायदेमंद होता है, लेकिन एक अध्ययन के अनुसार व्यायाम की प्रभावशीलता जैंडर (पुरुष/स्त्री) पर निर्भर करती है। फ्रंटियर्स इन फिजियोलॉजी में प्रकाशित अध्ययन से पता चला है कि महिलाओं के लिए सुबह … Read more

Bhakti – भक्ति क्या है और कैसे पैदा होती है?

भक्ति क्या है – भक्ति का सवाल आम लोगों के ख्याल में आसान और मामूली मालूम हो परन्तु जो समझने वाले हैं, वे इसको किसी और ही निगाह से देखते हैं। कम से कम उनके सामने इसका जवाब ज़रूरी समझा जाता है और संसार में आम तौर पर जहाँ जहाँ भी भक्ति के कारोबार का … Read more

Saint – सन्त किसे कहते हैं और उनकी क्या ज़रूरत है?

सन्त किसे कहते हैं ? यह एक ऐसा सवाल है जो अक्सर आदमियों के दिल में गुज़रता रहता है। मगर इससे पहले कि आप इसे अच्छी तरह समझ सकें, चन्द बातें आपको इन्सान के सम्बन्ध में बतला देनी ज़रूरी हैं। यह तो हर शख्स मानता है कि मनुष्य जन्म चौरासी लाख योनियों में से उत्तम … Read more

सतगुरु कृपा कैसे होती है ?

सतगुरु कृपा – सतिगुरु होइ दइआलु त सरधा पूरीऐ सतगुरु कृपा – सद्गुरु की कृपा में ही सारी खुशियां निहित हैं। उनके चरणों में सब सुख समाए हुए हैं। जो भी इनका आश्रय लेता है उसे किसी प्रकार का भय नहीं रहता। वह निर्भय पद को प्राप्त करता है। गुरुवाणी में सद्गुरु की दया की … Read more

interesting fact

interesting fact तेंदुआ रात के अंधेरे में भी अच्छी तरह देख सकता है। न्यूटन के तारे की हल्की सी मात्रा भी 100 टन के बराबर होती है। आदमी की सोच और नसीहत समय और हालात के पर बदलती रहती है। औसतन 1 व्यक्ति को नींद आने के लिए 7 मिनट की आवश्यकता होती है। यदि … Read more

आज का विचार

आज का विचार किसी के लिए इतना भी मत गिरो, कि दूसरा कुचल कर चला जाए। कुछ कर गुजरने के लिए मौसम नहीं मन चाहिए, साधन सभी जुट जाएंगे, बस संकल्प का धन चाहिए । भरोसा ‘खुदा’ पर है तो जो लिखा है तक़दीर में वही पाओगे, भरोसा अगर ‘खुद’ पर है तो खुदा वही … Read more

क्या है दिव्य संगीत – संगीत का अतुलनीय आनन्द

दिव्य संगीत आत्म-विज्ञान जो मनुष्य और उसके निर्माता से सम्बन्धित है, उतना ही प्राचीन है, जितनी यह सृष्टि। यह एक ऐसा सत्य है जो सदा से चलता आ रहा है और भविष्य में भी सदा चलता ही रहेगा। संभवतः यही एकमात्र ऐसा विज्ञान है जो स्वरूपतः पूर्ण है, जिसमें किसी परिवर्तन की संभावना नहीं और … Read more

THE SACRED NAME

THE SACRED NAME THE SACRED NAME Everyone in this world is addressed by some name. However, are these names the real ones? The Spiritual Master enlightens us that all the worldly names and identities are false. They will perish one day. That is why the Gracious Saints always emphasize chanting the Sacred Name of the … Read more

मीराबाई

divine music

मीराबाई मीराबाई कौन थी ? श्रीगिरिधर आगे नाचूँगी ,नाच नाच पिया रसिक रिझाऊँ, प्रेमीजन को जाचूँगी।प्रेम, प्रीति के बांध घुँगरु सूरत की कचनी काचूँगी ॥ लोक लाज कुल की मर्यादा या मैं एक ना राखूँगी। पिया के पलंगा जा पडूंगी मीरा हरि रंग राचूँगी । “मैं गिरिधर गोपाल के आगे नाचूँगी, मैं उस समय तक … Read more