आत्मा-सागर की एक बूंद है
परमेश्वर का निवास शरीर के भीतर है। प्रभु ईसामसीह कहते – हैं, “परमेश्वर का राज्य तुम्हारे भीतर है।” गुरुवाणी में भी कहा गया है : आतम महि रामु राम महि आतमु । चीनसि गुर बीचारा ॥ जीवात्मा और परमात्मा का सम्बन्ध भी अद्भुत है। जसे जीवात्मा हम में है और उसी तरह परमात्मा भी है … Read more