Donate Your Blood
वक्त का हर क्षण और रक्त का हर कण अमूल्य होता है। विश्व में कई लोग सही वक्त पर खून न मिलने पर अपनी जान गंवा देते हैं।
कई परिवार ऐसे होते हैं, जिनके पास पैसे के कमी होने के कारण वे अपने कम संगठन ने रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए 14 जून को ही विश्व रक्तदान दिवस के तौर पर क्यों चुना ! दरअसल विश्व रक्तदान दिवस, वैज्ञानिक कार्ल लँडस्टाईन की याद में पूरे विश्व में मनाया जाता है।
उनका जन्म 14 जून, 1868 को हुआ था। उन्होंने मानव रक्त में उपस्थित ‘एग्ल्युटिनिन’ की मौजूदगी के आधार पर रक्तकणों के ‘ए’, ‘बी’ और ‘ओ’ समूहों की पहचान की थी।
रक्त के इस वर्गीकरण ने चिकित्सा विज्ञान में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इसी खोज के लिए उन्हें साल 1930 में नोबेल पुरस्कार दिया गया था। उनकी इसी खोज से दुनिया ‘भर में रोजाना करोड़ों लोग रक्तदान करते हैं और इसी कारण अनगिनत लोगों की जिंदगियां बचाई जाती हैं।
परिजनों की जान नहीं बचा पाते। आपातकालीन परिस्थितियों में रक्त देकर दूसरों की जान बचाने के लिए लोगों में जागरूकता उत्पन्न करने के उद्देश्य से हर साल 14 जून को विश्व रक्तदान दिवस मनाया जाता हैं।
विश्व रक्तदान दिवस की शुरुआत कैसे हुई?
2005 में, विश्व स्वास्थ्य संगठन, इंटरनैशनल फैडरेशन ऑफ रैड क्रॉस और रैड क्रिसेंट सोसाइटी ने पहली बार विश्व रक्तदाता दिवस मनाया था।
‘विश्व रक्तदान दिवस 2023’ की थीम है ‘खून दो, प्लाज्मा दो, जीवन साझा करो, बार-बार साझा करो।’ विश्व स्वास्थ्य संगठन- के मुताबिक, इस साल का थीम प्लाज्मा और रक्त दान कर जीवन बचाने के संदेश को दूर- दूर तक फैलाने पर केंद्रित है। विश्व रक्तदान दिवस पर विश्व के कई क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार के अभियान चलाए जाते हैं।
इस दिन कई अस्पतालों में लोगों को रक्त दान करने के लिए समझाया जाता है तथा रक्त दान करने की क्या प्रक्रिया होती हैं, उसके बारे में उचित शिक्षा दी जाती है।
कौन किसको रक्त दे सकता है।
A+ or ए+
ब्लड ग्रुप वाला व्यक्ति ए+ और एबी+ ब्लड ग्रुप वाले लोगों के लिए रक्त दान कर सकता है।
A or ए
ब्लड ग्रुप वाला डोनर एक, एबी+, ए और एबी- ब्लड ग्रुप वाले लोगों को अपना रक्त दे सकता है।
B+ or बी+
ब्लड ग्रुप वाला व्यक्ति बी+ और एबी+ ब्लड ग्रुप वाले लोगों को अपना रक्तदान कर सकता है।
बी or B
ब्लड ग्रुप वाला डोनर बी-, बी+, एबी और एबी+ ब्लड ग्रुप वाले लोगों को रक्तदान कर सकता है।
ओ+ or O+
ब्लड ग्रुप वाला व्यक्ति ए+, बी+, एबी+ और ओ+ ब्लड ग्रुप वाले लोगों को रक्तदान कर सकता है।
ओ or O
ब्लड ग्रुप वाला डोनर किसी भी व्यक्ति को डोनेट कर सकता है। एबी + ब्लड ग्रुप वाला व्यक्ति एवी + ब्लड ग्रुप वाले लोगों को अपना रक्तदान कर सकता है।
एबी or AB
वह एबी और एबी ब्लड ग्रुप वाले को रक्तदान कर सकता है।
रक्तदान के फायदे
रक्तदान वह प्रक्रिया है, जिससे हम दूसरे की जान बचाने में खुद का योगदान देते है। रक्तदान करने वाले के लिए भी फायदे हैं। जैसे- हृदय (दिल) सेहतमंद रहता है । रक्तदान से हार्ट अटैक की आशंका कम होती है। रक्तदान से खून का थक्का नहीं जमता, खून कुछ मात्रा में पतला हो जाता है और हार्ट अटैक का खतरा कम होता है।
शरीर में ऑक्सीजन ठीक ढंग से सप्लाई होती है।
रक्तदान वजन कम करने में भी आपकी मदद कर सकता है। नियमित रूप से ब्लड डोनेट करने से आपके शरीर में आयरन का लैवल बैलेंस रहता है और साथ ही इससे ‘हेमोक्रोमैटोसिस’ नामक बीमारी से बचाव होता है। खून का संचार ठीक ढंग से होता है, जिस कारण आर्टरीज में ब्लाकेज और क्लॉटिंग की समस्या नहीं होती।
इसमें भी कोई संदेह नहीं कि रक्त दान करके आपको मानसिक संतुष्टि मिलती है अर्थात आपको अंदर-ही- अंदर अच्छा महसूस होगा। आपको खुद पर गर्व होगा क्योंकि आप किसी का जीवन बचाने में अपना अहम सहयोग दे रहे हैं।