भजन-अभ्यास और ध्यान
भजन-अभ्यास और ध्यान का अर्थ है, मन को नाम सुमिरण में लगाकर समस्त विचार शक्ति को अपने इष्टदेव पर एकचित्त हो केन्द्रित करना। समस्त शान्ति व आनन्द दिव्य नाम के सुमिरण में है। जो सद्गुरु असीम कृपा कर जिज्ञासु को बख्श देते हैं। सद्गुरु के आदेशानुसार भजन-अभ्यास, नाम-सुमिरण करने से जीव निहाल हो जाता है। … Read more