स्मरण शक्ति
बालक, किशोर, युवा, प्रौढ़, वृद्ध सबके लिए स्मरण शक्ति का बेहतर होना अति आवश्यक है क्योंकि व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास बेहतर स्मरण शक्ति पर ही निर्भर होता है। लेकिन वर्तमान में विभिन्न कारणों से लोगों की स्मरण शक्ति कमजोर पड़ जाती है, जिसके फलस्वरूप इसका दुष्परिणाम विभिन्न रूपों में भुगतना पड़ता है। अत: सभी को स्मरण शक्ति को संतोषजनक बनाए रखने पर पूरा ध्यान देना चाहिए।
स्मरण शक्ति को कमजोर करने के लिए कई तरह के कारण व परिस्थितियां उत्तरदायी हो सकती हैं, जिनमें पौष्टिक आहार का अभाव, मानसिक विकार आदि प्रमुख हैं।
आधुनिक परिवेश में पाश्चात्य जीवनशैली और आहार- विहार संबंधी त्रुटियां स्मरण शक्ति को कमजोर करती हैं। फास्ट फूड व डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ विभिन्न रासायनिक पदार्थों से निर्मित होते हैं, जो शरीर में अम्लता की वृद्धि करके मस्तिष्क को हानि पहुंचाते हैं।
स्मरण शक्ति बढ़ाने के उपाय
फास्ट फूड से शारीरिक स्वास्थ्य के साथ- साथ मानसिक स्वास्थ्य को भी हानि पहुंचती है। स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए सेवन योग्य प्रमुख पदार्थ निम्नलिखित हैं :
सेब
सेब में फास्फोरस और लौह तत्व अधिक मात्रा में होते हैं। फास्फोरस मस्तिष्क को बहुत शक्ति देता है और इससे स्मरण शक्ति प्रबल होती है। अत: स्मरण शक्ति में वृद्धि हेतु प्रतिदिन सेब का सेवन करना चाहिए।
आम
पके हुए ‘बीजू आम’ खाने और दूध पीने से स्मरण शक्ति विकसित होती है।
गुलाब
गुलाब के फूलों से निर्मित गुलकंद दस-बीस ग्राम की मात्रा में सेवन करके दूध पीएं।
गाजर
गाजर का रस पीने से मानसिक कमजोरी दूर होती है और स्मरण शक्ति बढ़ती है।
अनार
अनार के रस में मिश्री मिलाकर सेवन करें।
आंवला
आंवले का मुरब्बा खाने और दूध पीने से स्मरण शक्ति में वृद्धि होती है।
अमरूद
प्रतिदिन अमरूद खाएं।
नाशपाती
नाशपाती का सेवन करने से मस्तिष्क, हृदय और फेफड़े को बहुत शक्ति मिलती है।
बेलगिरी
बेलगिरी का मुरब्बा खाने से शारीरिक- मानसिक शक्ति बढ़ती है। मुरब्बा खाने के बाद आधे घंटे तक पानी नहीं पीना चाहिए।
उपरोक्त पदार्थों के साथ-साथ निम्नलिखित घरेलू योगों का प्रयोग भी विशेष लाभप्रद होगा :
प्रतिदिन दो-तीन बादाम गिरी पीसकर उसमें पांच ग्राम अश्वगंधा का चूर्ण, शुद्ध घी और शहद मिलाकर सेवन करके ऊपर से दूध पीएं।
पांच-पांच ग्राम अश्वगंधा का चूर्ण और ब्राह्मी का चूर्ण मिलाकर शहद के साथ सेवन करें।
स्मरण शक्ति क्षीण होने पर अशोक की छाल और ब्राह्मी का चूर्ण बनाकर यह 5-5 ग्राम चूर्ण सुबह-शाम सेवन करने और दूध पीने से स्मरण शक्ति में वृद्धि होती है।