tav prasad savaiye – त्वप्रसादि | ਤ੍ਵਪ੍ਰਸਾਦਿ
tav prasad savaiye tav prasad savaiye in hindi त्वप्रसादि ॥ स्वये ॥ स्रावग सुध समूह सिधान के देखि फिरिओ घर जोग जती के ॥ सूर सुरारदन सुध सुधादिक संत समूह अनेक मती के ॥ सारे ही देस को देखि रहिओ मत कोऊ न देखीअत प्रानपती के ॥ स्त्री भगवान की भाइ क्रिपा हू ते एक … Read more