विनती – श्री नंगली साहिब

औगनहार की बेनती सुनो ग़रीब निवाज़। जे मैं पूत कपूत हूं बहुड़ पिता को लाज ।। नहीं विद्या नहीं बाहु बल नहीं ख़रचन को दाम । ‘तुलसी’ मो सम पतित की पत राखो श्री राम ।। अवसर राखी द्रौपदा संकट ज्यों प्रह्लाद । कहन सुनन की कछु नहीं शरण पड़े की लाज ।। गुरु जी … Read more

पूरण सतगुरु ब्रह्म स्वरूप – स्तुति

पूरण सतगुरु ब्रह्म स्वरूप । महिमा जिनकी अगम अनूप ।। 1 ।। पारब्रह्म गुरु सुख की खान । पर उपकारी पुरुष महान ।। 2 ।। गुरु की महिमा अगम अपार । वेद न पावें पारावर ॥ 3 ॥ गुरु समरथ गुरु कर्णधार ।जन जन का करते निस्तार ॥ 4 ॥ वचन गुरु के अमृत वाणी … Read more

स्वामी मेरा परमहंस महाराज – छन्द

स्वामी मेरा परमहंस महाराज छन्द टेक- स्वामी मेरा परमहंस महाराज, विद्या सागर परम आनन्द ॥ 1- आपने गुरु जी की सेवा कीन्ही, उन से निर्गुण भक्ति लीन्ही । गुरु जी को हिरदे बैठक दीन्ही, थे वे परम पुरुष आनन्द ॥ 2- आपने ध्यान में लिव लगाई, सकल ब्रह्म आतम जोत जगाई । जीव अजीव ब्रह्म … Read more

अमृत वेले गुरु दर्शन पाइये ||आराधन

टेक- अमृत वेले गुरु दर्शन पाइये, अपने गुरु जी पे बलि बलि जाइये । 1- परम पुरुष पूरण गुरु मेरे, जिनके सिमरत सूख घनेरे; स्वाँस स्वाँस में नाम ध्याइये । अमृत वेले ……. । 2- गुरु मूरत का करिये ध्यान, गुरु से माँगिये भक्ति दान; गुरु चरणों में प्रेम बढ़ाइये । अमृत वेले ……. ।। … Read more

ॐ जय श्री जगतारण,स्वामी जय श्री जगतारण

ॐ जय श्री जगतारण, स्वामी जय श्री जगतारण । शुभ मग के उपदेशक, यम त्रास निवारण ॥ ॐ जय ० (1) परमारथ अवतार जगत में,गुरु जी ने है लीन्हा; मेरे स्वामी जी ने है लीन्हा ।हम जैसे भागियन को, गृह दर्शन दीन्हा ॥ ॐ जय ० (2) कलि कुटिल जीव निस्तारण को, प्रभु सन्त रूप … Read more