ये संतो का प्रेम नगर है यहाँ संभल कर आना जी
ये संतो का प्रेम नगर है, यहाँ संभल कर आना जी, ये प्यासों का प्रेम नगर है, यहाँ संभल कर आना जी, जो भी आए यहाँ किसी का, हो जाये दीवाना जी, ये संतों का प्रेम नगर है, यहाँ संभल कर आना जी।। ऐसा बरसे रंग यहाँ पर, जनम जनम तक मन भीगे, फागुण बिना … Read more