प्रेम बिना फिरती नहीं है माला हरी के नाम की

प्रेम बिना फिरती नहीं

प्रेम बिना फिरती नहीं है, माला हरी के नाम की प्रेम बिना फिरती नहीं है, माला हरी के नाम की, चारों कोनों में जगी है, जोत उस भगवान की। जीत कर लंका से आए, राम अयोध्या बीच में, दे रही हनुमान जी को, माला गले की जान की, प्रेम बिना फिरती…… तोड़कर माला जो फेंकी, … Read more

लगन तुमसे लगा बैठे जो होगा देखा जाएगा लिरिक्स हनुमान भजन

लगन तुमसे लगा बैठे, जो होगा देखा जाएगा। लगन तुमसे लगा बैठे, जो होगा देखा जाएगा। जो होगा देखा जाएगा, जो होगा देखा जाएगा। जो होगा देखा जाएगा..तुम्हें अपना बना बैठे, जो होगा देखा जाएगा.. लगन तुमसे, लगा बैठे.. मैं था भटका हुआ राही, मुझे मंजिल मिली तुमसे । मुझे मंजिल मिली तुमसे.. कि अब … Read more