मेरे सतगुरु जी तुसी मेहर करो भजन लिरिक्स

मेरे सतगुरु जी तुसी मेहर करो, मैं दर तेरे ते आई हुई या, मेरे कर्मा वल ना वेखेयो जी, मैं कर्मा तो शरमाईं होई या, मेरे सतगुरु जी तुसी मेहर करो, मैं दर तेरे ते आई होई या । जो दर तेरे ते आजांदा, ओह असल खजाने पा जांदा, मैंनू वी खाली मोड़ी ना, मैं … Read more

सतगुरु शब्द उलंधि कर

सतगुरु शब्द उलंधि कर- सद्गुरु के दरबार में कितने ही किस्म व संस्कारों के लोग आते हैं। जिनके संस्कार ऊँचे होते हैं वे हुकम के पाबन्द रहकर सद्गुरु की कृपादृष्टि प्राप्त कर लेते हैं। परन्तु कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो हुकम की अवहेलना करके अपने बहुमूल्य समय को आलस्य एवं व्यर्थ के वाद … Read more