कैसे श्री जगन्नाथ भगवान श्री वृन्दावन आए -श्री हरिदास बाबाजी
जगन्नाथ भगवान – श्रीहरिदास बाबाजी (वृन्दावन) कैसे प्रकट हुए बांकेबिहारी जी त्रिलोकी में जितने स्थान हैं सब त्रिलोकपति श्री भगवान् के हैं। वे अपने आंशिक परमात्मस्वरूप से सर्वत्र विराजमान हैं। पर उन्हें ब्रजभूमि जितनी प्रिय है उतनी और कोई भूमि प्रिय नहीं है। वे स्वयंरूप से यहाँ सदा विराजमान हैं; पर उनके अन्य रूपों को … Read more