भजन – Ram ki bat karta hoon | राम की बात करता हूँ
जिनके नाम से मैं दिन की शुरुआत करता हूँ….
जिनके नाम से मैं दिन की शुरुआत करता हूँ….
मैं और की किसी की नहीं, राम की बात करता हूँ…
जिनके नाम को प्रेम मैं, दिन रात करता हूँ….
मैं और किसी की नहीं, राम की बात करता हूँ…
श्री राम जानकी… जय जय…
किरपानी धान की… जय जय…
जय बोलो लक्ष्मण जी की और श्री हनुमान की… जय जय…
दर्शन मैं राम परिवार के साक्षात करता हूँ….
मैं और किसी की नहीं..
राम की बात करता हूँ…
हे रघुपति राघव.. नमोः नमोः..
हे राजीवलोचन… नमोः.. नमोः..
हे रघुपति राघव… नमोः.. नमोः..
तेरी पुराशोतम… नमोः… नमोः…
ऐ रमित रमन रम.. नमोः… नमोः..
ऐ कौशलया नंदन..नमोः.. नमोः..
सब नामो को प्रणाम जोड़ के हाथ करता हूँ…
मेरे नामो को प्रणाम जोड़ के हाथ करता हूँ…
मैं और किसी की नहीं, राम की बात करता हूँ…
मेरी सासों मैं है… राम राम..
मैं ज़ब वी बोलू… राम राम…
मैं ज़ब सुनता हूँ… राम राम…
मैं तब वी बोलू… राम राम…
मेरी आँखों मैं है… राम राम…
ज़ब आँखे खोलूँ… राम राम…
रोशन ऐसे कृष्णा मन की, शांत करता हूँ…
मैं और किसी की नहीं,राम की बात करता हूँ….
मैं और किसी की नहीं, राम की बात करता हूँ…||
रंग जा सतगुरु के प्यार में सब सुख लिरिक्स
कलयुग में शिव युग आया है | Kalyug mei shivyug aya hai