भजन – Jindgi Main Jine Ka
रंग तूने प्रेम का जो, मुझपे चढ़ाया है,
सच कहूं जीने का,मज़ा ही अब आया है,
जिंदगी में जीने का,मज़ा ही अब आया है…
कोई कहे कुछ भी ना मुझको फ़िकर है.
लोक लाज का भी मुझे अब तो ना डर है,
सिर पे जो हाथ तूने अपना फिराया है,
सच कहूं जीने का मज़ा ही अब आया है,
जिंदगी में जीने का मज़ा ही अब आया है…
मेरे जैसे श्याम तेरे दीवाने हज़ार है,
मुझसे क्या खास देखा लुटाया जो प्यार है,
हर एक साँस ने भी यही गुनगुनाथा है,
सच कहूं जीने का मज़ा अब आया है,
जिंदगी में जीने का मज़ा ही अब आया है…
श्याम तेरे प्रेमियों का ऐसा परिवार है,
रिश्ता नहीं है फिर भी प्रेम बेशुमार है,
तबसे हमें भी तूने अपना बनाया है,
सच कहूं जीने का मज़ा, ही अब आया है,
जिंदगी में जीने का मज़ा ही अब आया है…
आपके ही नाम से ही मेरी पहचान है,
भजनो से मोहित करूँ दिया मुझे काम है,
सोच के ही सहमत मेरा दिल भर आया हैं,
सच कहूं जीने का मज़ा ही अब आया है,
जिंदगी में जीने का मज़ा ही अब आया है…..||
ज्ञान प्राप्ति के लिए गुरु की शरण में जाना होगा
कान्हा वे कान्हा सुन कान्हा लिरिक्स – कृष्ण भजन