जब याद तुम्हारी शामां आती है इक अजब नज़ारा होता है

जब याद तुम्हारी शामां आती है - radha rani bhajan

जब याद तुम्हारी शामां आती है इक अजब नज़ारा होता है

जब याद तुम्हारी शामां आती है, इक अजब नज़ारा होता है
आँखों में आंसू होते हैं, दिल दर्द का मारा होता है।.

1.तेरा प्यार छिपाये सीने में, इस पार तड़पती रहती हूँ
जी चाहता है इस पार मिलूं, पर दूर किनारा होता है
जब याद तुम्हारी शामां आती है…….

2.जब याद तुम्हारी आती है, वह जाती हूँ तूफानों में
मझधार में गोते खाकर भी, इक तेरा सहारा होता है
जब याद तुम्हारी शामां आती है……

3.कुछ मैं आऊँ, कुछ तुम आओ
अब आगे आना मुश्किल है
जल्दी से आ जाओ शामां, अब ध्यान तुम्हारा होता है
जब याद तुम्हारी शामां आती है…….. 1

मीरा ने श्याम पाया घनश्याम रटते-रटतेकोई श्याम सुन्दर से कह दो यह जा के
तुम्हारा हर्ज क्या होगा जो आओ बुलाने सेशबरी के बेरों में था प्रेम प्रेम की डोर बंधे भगवान
ये चमक ये दमक फुलवन में महक सब कुछ सरकार तुम्हइ से हैशबरी के बेरों में था प्रेम प्रेम की डोर बंधे भगवान
करूँ बेनती दोउ कर जोरीमुझे अपना बना ले मेरे राम मैं दुनिया तो की लेना

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