समय की सार्थकता
॥ कविता ॥ समय की सार्थकता 1. बाजी जीत कर जगत से खुश होकर वह जाए । समय को जो मालिक की भजन बन्दगी में लगाए। छोड़कर झूठी ममता को वह मालिक से जुड़ जाए। रसना को कर लीन शब्द में गुणवाद प्रभु के गाए ।। 2. जन्म लिया जिस ने जहान से वह जाएगा … Read more