एक सुंदर कविता,जिसके एक-एक शब्द बार-बार पढ़ने को मन करता है
एक सुंदर कविता ख़्वाहिश नहीं मुझे मशहूर होने की….आप मुझे पहचानते हो बस इतना ही काफी है…. अच्छे ने अच्छा और बुरे ने बुरा जाना मुझे,जिसकी जितनी जरूरत थी..उसने उतना ही पहचाना मुझे… जिन्दगी का फलसफा भी कितना अजीब है,शामें कटती नहीं और साल गुजरते चले जा रहे हैं… एक अजीब सी ‘दौड़’ है ये … Read more