कब तक गीत सुनाऊं राधा लिरिक्स – कुमार विश्वास

कब तक गीत सुनाऊं राधा कब तक गीत सुनाऊं मथुरा छूटी, छुटी द्वारिका, इंद्रप्रस्थ ठुकराऊं बंसी छूटी, गोकुल छूटा, कब तक चक्र उठाऊं पिछले जन्म जानकी तुझ बिन जैसे तैसे बीता महासमर में रीता रीता, कब तक गाउ गीताऔर अभी कितने जन्मों तक तुझे दूर बिताऊं कब तक गीत सुनाऊं राधा कब तक गीत सुनाऊं … Read more

जब फूल खुशी में मुस्काया – कविता

कविता जब फूल खुशी में मुस्काया, तो माली ने उसको नोच लिया। यही हाल होगा गुंचा का कल, जो आज फूल का हाल हुआ तेरे साथ भी ऐ भोले प्राणी, इक दिन ऐसा ही होना है। काल रूप माली के हाथों, तूने भी जीवन खोना है। हर एक चीज़ की मियाद रखी, कुदरत ने अलग … Read more

सड़कों पर सम्भल कर कविता

गलियों-बाजारों में सड़कों पर, घूमते-फिरते हैं जानवर, कितने ही आवारा। गाय, सांड, सूअर, कुत्ते आदि, इनसे बचना है काम तुम्हारा। बीच सड़क में पसरे रहते हैं, एक-दूसरे से गुत्थमागुत्था होते हैं। अचानक किसी ओर दौड़ पड़ते हैं, राहगीरों को जख्मी करते हैं। देख-संभल कर बच कर चलना, अपनी सुरक्षा स्वयं ही करना । – ओम … Read more

तितली पर कविता | Poem on Butterfly 🦋

तितली पर कविता मनोहर और रंग बिरंगी, फूल बने हैं इसके संगी। आत्मबल और विश्वास, मिल जाएंगे तितली पास। बच्चों के मन तितली भाती, ठुमक ठुमक कर, खूब नाच दिखाती । मौन धारे या शोर मचाए, पंख फैलाकर उड़ती जाए। रंगों की है रानी यह, कितनी बड़ी स्यानी यह । पकड़ में नहीं आती तितली, … Read more

सूरज पर कविता

सूरज पर कविता सूरज दादा छुपे हो कहां, जल्दी बाहर आओ जी । चमचमाता चेहरा अपना, आज हमें दिखलाओ जी। धूप नहीं आई तो देखो, कैसा हाल हुआ अपना । बाहर के भ्रमण का अब तो, टूट गया स्वर्णिम सपना । गजक-रेवड़ी खाएं घर में, और चबाएं मूंगफली । अदरक वाली चाय पिएं सब, मन … Read more

साइकिल पर कविता || Poem on Bicycle

साइकिल पर कविता देकर पिता जी एक सहारा, देखें वे एक नजारा। पीछे चल कर दिशा बताते, संतुलन की बात समझाते । एक भरोसा, एक विश्वास, रखो बेटी तुम अपने पास। दृढ़-अडिग साहस जगाते, अधरों पर मुस्कान हैं लाते । बोलें पिता जी बिटिया रानी, हो गई अब तो बड़ी सयानी । संकल्प, धैर्य का … Read more

बच्चों पर कविता

बच्चों पर कविता तरक्की की नई मंजिल, नए रास्ते तुम्हारे हैं, तुम्हारा हमसफर है आसमां और चांद-तारे हैं। मेरे बच्चो निरन्तर बस तुम्हें आगे ही बढ़ना है, भगत सिंह और गांधी का तुम्हें संदेश पढ़ना है। तुम आंसू पोंछ लेना उनके जो किस्मत के मारे हैं, तरक्की की नई मंजिल नए रास्ते तुम्हारे हैं। उठो … Read more

साधना पर कविता || Sadhna Poetry

साधना पर कविता पथ साधना का बड़ा निराला, अध्यात्म भाव जगाने वाला। जीवों को यह सब तरह से निहाल कर जाए, साधना नहीं कंगाल बनाए । प्रेरणा का पुंज है यह, मानो मधुवन-कुंज है यह। साधक का यह हुनर निखारे, एक तप बड़ा यह है प्यारे । कल्याण मार्ग का विस्तार, साधना करे झट तैयार … Read more

हरिवंश राय बच्चन कविता – कोयल

हरिवंश राय बच्चन कविता कोयल अहे, कोयल की पहली कूक ! अचानक उसका पड़ना बोल, हृदय में मधुरस देना घोल, श्रवणों का उत्सुक होना, बनना जिह्वा का मूक ! कूक, कोयल, या कोई मंत्र, फूँक जो तू आमोद-प्रमोद, भरेगी वसुंधरा की गोद ? कायाकल्प – क्रिया करने का ज्ञात तुझे क्या तंत्र ? बदल अब … Read more

अटल बिहारी वाजपेयी कविता जो दिल को छू जाएं

अटल बिहारी वाजपेयी कविता श्री अटल बिहारी वाजपेयी मूलतः कवि थे। जीवन के आरम्भिक वर्षों में उन्हें अपने घर का जो साहित्य-सौरभमय वातावरण मिला उससे उनके कोमल मन में नयी भाव-भंगिमाओं का उन्मेश हुआ। उनके बाल-मन में विश्व की एक विराट कल्पना; भारतीय जन-जीवन-समाज की सार्थक सोच जागी थी, जिसका विकसित रूप उनके महान व्यक्तित्व … Read more

एक सुंदर कविता,जिसके एक-एक शब्द बार-बार पढ़ने को मन करता है

एक सुंदर कविता ख़्वाहिश नहीं मुझे मशहूर होने की….आप मुझे पहचानते हो बस इतना ही काफी है…. अच्छे ने अच्छा और बुरे ने बुरा जाना मुझे,जिसकी जितनी जरूरत थी..उसने उतना ही पहचाना मुझे… जिन्दगी का फलसफा भी कितना अजीब है,शामें कटती नहीं और साल गुजरते चले जा रहे हैं… एक अजीब सी ‘दौड़’ है ये … Read more