हनुमान जी और भीम
हनुमान जी और भीम -भीम को यह अभिमान हो गया था कि संसार में मुझसे अधिक बलवान कोई और नहीं है। सौ हाथियों का बल है और भगवान उसमें, उसे कोई परास्त नहीं कर सकता…. अपने सेवक में किसी भी प्रकार का अभिमान रहने नहीं देते| इसलिए श्रीकृष्ण ने भीम के कल्याण के लिए एक … Read more