मेरी स्वांसों की माला के मोती बन के आ जाओ
भजन – मेरी स्वांसों की माला के मोती बन के आ जाओ। (करुण गुहार) तर्ज – सजा के घर को दुल्हन सा…।। टेक – मेरी स्वांसों की माला के, मोती बन के आ जाओ। प्रभु तुम बिन अँधेरा है, ज्योति बन के आ जाओ ॥ तेरे दर्शन बिना प्यासी, रूआंसी सी मेरी अखियाँ। ख्वाबों में … Read more