जपा जपा कर सुबह और शाम श्री राम जय राम जय सीताराम लिरिक्स

जपा जपा कर सुबह और शाम

जपा जपा कर -राम भजन

जपा जपा कर सुबह और शाम श्री राम जय राम जय सीताराम

जपा जपा कर सुबह और शाम,
श्री राम, जय राम जय सीताराम

1 .यह अनमोल धन था मीरा ने पाया,
या उसकी जुबां जय सीता राम
जिसे विष का प्याला न मार पाया
जय सिया राम जय सियाराम
जपा जपा कर……..

2 .इसी नाम ने तो पापी भी तारे,
पापी तो क्या जल में पत्थर उभारे,
न डूबे जिन पर लिखा राम नाम,
जय सिया राम जय सिया राम
जपा जपा कर। ………..

3 .न चतुराई से तुम उसे पा सकोगे,
उसे ढूँढने कहां जा सकोगे
हो केवट सी श्रद्धा तो आयेंगे राम,
जय सिया राम जय सिया राम
जपा जपा कर। …….

4 .अगर बेर हो शबरी के भाव वाले,
तू जब भी चाहो उसको खिलाले
न पल भर की देरी करे श्री राम,
जय श्री राम जय श्री राम
जपा जपा कर………


जब याद तुम्हारी शामां आती है इक अजब नज़ारा होता हैमीरा ने श्याम पाया घनश्याम रटते-रटते लिरिक्स
कोई श्याम सुन्दर से कह दो यह जा के लिरिक्सतुम्हारा हर्ज क्या होगा जो आओ बुलाने से
सात दिनों के अंदर सुखी होना चाहते हो तो यह करो गुरुदेव दया करके मुझको अपना लेना 
मेरा भोला है भंडारी करे नंदी की सवारी ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने

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