हसीं मुखड़ा मेरे मोहन दिखा जाते तो क्या होता
स्वरः – भरी दुनिया में …………. । ।
टेक:- हसीं मुखड़ा मेरे मोहन दिखा जाते तो क्या होता ।मेरे इस दिल की दुनिया में समा जाते तो क्या होता ।।
- कहीं भी चैन बिन तेरे नहीं आता मेरे मालिक । मेरे दुःख दर्द को आकर मिटा जाते तो क्या होता ।।
2. तमन्ना रहती है हरदम तेरे दीदार की भगवन ।ज़रा दीदार का अमृत पिला जाते तो क्या होता।
3. मिटे दुनिया की सब चाहत तलब हो इकप्रभु तेरी ।कि मोह माया के फंदे से छुड़ा जाते तो क्या होता ।।
4. छुआ कर चरणों का पारस बनाते लोह से कंचन ।मेरी सोई हुई किस्मत जगा जाते तो क्या होता
5. न रहता ग़म ज़माने का कोई चिन्ता न रह जाती ।दीवाना ‘दास’ को अपना बना जाते तो क्या होता ।।।