दुनिया यह रास न आए भोगों से मन घबराए
तर्ज :- नयनों मे बदरा छाये बिजली सी चमके हाय ऐसे में सजन मोहे अपना बना ले
टेक :– दुनिया यह रास न आए, भोगों से मन घबराए
ऐसे में दाता मुझको, अपना बना लो……. दुनिया यह रास न आऐ
1. हे स्वामी काटो मेरा, आवामगन का फेरा-2
तोड़ दो कृपा करके, काल माया का घेरा
रहमत से अपनी मेरे, फन्द छुड़ा दो दुनिया यह रास न आए
2. बतला दो सहज समाधि, सदा रहें लिव लागी
दुःख हो या सुख दोनों में, सुरति रहें यह जागी
अन्तरगट में स्वामी, ज्योति जगा दो…….दुनिया यह रास न आए
3. करूँगा मैं नित ही दर्शन, सफल करुगां तन मन
चमका दो कृपा करके मेरे हृदय का दर्पण
प्रेम की गंगा मेरे, मन में बहा दो…….दुनिया यह रास न आए
4. भजन अभ्यास दें दो, जीवन की आस दे दो
थोड़ी सी जगह अपने, चरणो के पास दे दो
परमारथ का दाता पथ दर्शा दो…….दुनिया यह रास न आए
5. सुमिरन करु मै तुम्हारा, मस्तक पे चमके तारा-2
सेवा में जाए स्वामी मेरा यह जीवन सारा
मंगलकारी अपनी, वाणी सुना दो… दुनिया यह रास न आए
6. करूँगां मै आरति पूजा, पूजा बिन काम न दूजा
अनथक प्रयास करूँगां, पलभर विश्राम न लूंगा
मुझको भी दाता अपना, दास बना लो
दुनिया यह रास न आए, भोगों से मन घबराए
ऐसे मे दाता मुझको, अपना बनालो, दुनिया यह रास न आए
आनन्द का अर्थ क्या है – इस शब्द ने हर प्राणी में हलचल मचा रखी है
जी न सकोगे राम नाम मर ना सकोगे राम नाम के बिना
- गुरु भक्ति कमा प्रेमी गुरु की महिमा गा प्रेमी
- झूमो नाचो गाओ प्रेमी, घड़ी खुशी की आई है – भजन
- दुनिया यह रास न आए भोगों से मन घबराए – ssdn bhajan
- तेरा नाम सहारा मेरा, नाम सहारा मेरा -ssdn bhajan
- आसलगी तेरे दर्शन की आस लगी तेरे दर्शन की – ssdn bhajan
- मै तुझ को रिझाँलूगा पूजा का शुभ दिन है – ssdn bhajan