जब सिर पर तेरा हाथ राम मैं क्या डोलूं
जब सिर पर तेरा हाथ राम मैं क्या डोलूं,
चप्पू सौंप दिया तेरे हाथ राम मैं क्या डोलूं,
जब तूं है मेरे साथ प्रभु मैं क्यों डोलूं।
1. जब से हाथ पकड़ा मैं तेरा,
दूर हुआ सब संशय मेरा
मेरी बिगड़ी बना दो नाथ,
राम मैं क्यों डोलूं। जब सिर पर तेरा………….
2. जीवन में जब छाई निराशा
तूने बँधाई मुझे आकर आशा
तुझे तात कहूँ या मात राम मैं क्यों डोलूं।
जब सिर पर तेरा………….
3. तेरे पथ से मैं कभी न डोलूं,
नाम तेरा सदा मुख से बोलूं,
मेरी विनती बारम्बार राम मैं क्यों डोलूं।
जब सिर पर तेरा………….
धुन : जिस नैया के राम खवैया, वो नैया फिर क्यों डोले ।