जपा जपा कर सुबह और शाम

जपा जपा कर सुबह और शाम श्री राम जय राम जय सीताराम
जपा जपा कर सुबह और शाम, 
श्री राम, जय राम जय सीताराम
1 .यह अनमोल धन था मीरा ने पाया,
 या उसकी जुबां जय सीता राम
 जिसे विष का प्याला न मार पाया 
जय सिया राम जय सियाराम
 जपा जपा कर……..
2 .इसी नाम ने तो पापी भी तारे,
 पापी तो क्या जल में पत्थर उभारे,
 न डूबे जिन पर लिखा राम नाम,
 जय सिया राम जय सिया राम
 जपा जपा कर। ………..
3 .न चतुराई से तुम उसे पा सकोगे, 
उसे ढूँढने कहां जा सकोगे
 हो केवट सी श्रद्धा तो आयेंगे राम, 
जय सिया राम जय सिया राम
 जपा जपा कर। …….
4 .अगर बेर हो शबरी के भाव वाले,
 तू जब भी चाहो उसको खिलाले 
न पल भर की देरी करे श्री राम,
 जय श्री राम जय श्री राम 
जपा जपा कर………