कोई उज्जवल कर्मा वाले सत्गुरु दे वेहड़े बड़दे ने

कोई उज्जवल कर्मा वाले, सत्गुरु दे वेहड़े बड़दे ने

कोई उज्जवल कर्मा वाले, सत्गुरु दे वेहड़े बड़दे ने,
कोई खास नसीबा वाले, सत्गुरु दा पल्ला फड़दे ने।

मनमुख विषया विच ने गिरदे, जग नाल उह प्रीत वधादे,
लोक सुखी परलोक दुःखी, मार यमां दी खांदे ने,
उह मुड़ मुड़ पतता खांदे, फिर नर्क कुंड विच डिगदे ने,
कोई उज्जवल …..

मन मुख वांग गुब्बारे फुलदे, धर्म कर्म नहीं करदे,
मंझधारा विच गोते खांदें, न डुबदे न तरदे,
उह कम कवल्लया वाले, फिर दोष प्रभु ते घरदे ने।
कोई उज्जवल…..

गुरुओं तो ज्योत ज्ञान दी, प्रेमी आप जगांदें,
भजन बंदगी तप संयम विच, दौड़े दौड़े आंदे,
हथ फड़ ज्ञान दी सोटी, ओखी घाटी चढ़ जांदे ने।
कोई उज्जवल……

मन फूला फूला फिरे जगत में कैसा नाता रे लिरिक्सतुम्हारे साथ हैं श्री राम तो तुम्हे किस बात की चिंता
जदों मन तेरा डोले गुरु नू याद करिया कर लिरिक्समैं बन जाना फकीर मैं जग तो की लेना लिरिक्स
भोले भोले शंकर भोले भोले शंकर लिरिक्स शिव भजनतू महलों में रहने वाली मैं जोगी जटाधारी हूं लिरिक्स

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