
कैलाश पर्वत पे बस गयो रे
सज गयो भोला सवर गयो रे
शीश भोले के गंगा विराजे
गंगा से सारा जग तर गयो रे
सज गयो भोला सवर गयो रे
कान भोले के कुंडल सोहे है
कुंडल में बिच्छू लटक गयो रे
सज गयो भोला सवर गयो रे
गले भोले के माला सो हैं
माला पे सर्प लटक गयो रे
सज गयो भोला सवर गयो रे
हाथ भोले के त्रिशूल विराजे
त्रिशूल में डमरू लटक गयो रे
सज गयो भोला सवर गयो रे
संग भोले के गौरा विराजे
गौरा की गोदी में गणपति रे
सज गयो भोला सवर गयो रे