
कट प्रीता नाल चरखा सिमरन दा
कट प्रीता नाल चरखा सिमरन दा
बड़े ही भागा नाल मिलिया
हीरे मोतियां नाल जड़ियाँ,
चढ़ी जवानी सिर ते तेरे
न तंद सिमरन दा तू फड़ियां,
सूती पई तू गहरी नींदे
सिर ते सूरज चड्या चरखा सिमरन दा,
कट प्रीता नाल चरखा सिमरन दा….
पूछ सहेलियां तेरियां ने ता
कत कत ढेर लगाया,
कत कत सिमरन दे तंद
न ध्यान दी अती बनाया,
सूती दी तू सूती रहियो
सूती न दिन चढ़ आया चरखा सिमरन दा,
कट प्रीता नाल चरखा सिमरन दा….
वडी दिति सतगुरु ताहि
नाम दा चीर बनाया,
रह गई तू सूती दी सूती
नहीं लेके कुछ पाया,
की मुख लेके जावे गी
जद लारा मौत दा आया, चरखा सिमरन दा…
तड़के सार तू उठ के भेहणे
सिमरन दी माला बना ले,
गुरा दा नाम तू लेके अपने
दुखड़े सारे मुका ले,
अंत वेले एही कम आना
बाकी सब लूट जाना, चरखा सिमरन दा….
केहड़े वेले दर ते आवां दातिये केहड़े वेले दर ते आवां | सत्गुरु पाया तां हो गई निहाल नी सइयों |
मन फूला फूला फिरे जगत में कैसा नाता रे लिरिक्स | जदों मन तेरा डोले गुरु नू याद करिया कर लिरिक्स |
- मेरा सतगुरु वाजा मार रेया लिरिक्स
- तेरे जैसा कौन है सतगुरु हर आँख में तेरा नूर है लिरिक्स
- सइयों नी मैनूं देवो वधाईयां लिरिक्स
- हो गया है कबूल उनका सजदा तेरे दर पे जो आये हुए है
- सत्संग चल नी रूहे जित्थे रहंदे गुरु आप लिरिक्स
- आगे आगे सतगुरु चाले पीछे मेरी आत्मा लिरिक्स
- सतगुरु प्यारेया जरा नज़र घुमायो जी लिरिक्स
- गुरु कछू तो बतइयो मोहे ज्ञान की नैया पार कैसे लगे लिरिक्स
- मैं तो सतगुरु के सत्संग में मगन लिरिक्स
- बड़ा मीठा प्रसाद सत्संग का लिरिक्स
- डम डम वजे गुरा दा डमरु लिरिक्स
- मन साफ होवे नीता होंण सच्चीया सतगुरु आप मिलदे