शुभ घड़ियां आई है गुरु के स्वागत सत्कार की

टेक – शुभ घड़ियां आई है गुरु के स्वागत सत्कार की

तर्ज- जय बोलो भगवान की

टेक – शुभ घड़ियां आई है गुरु के स्वागत सत्कार की परम हंस अवतार की जय बोलो..

धन्य धन्य

1. धन्य धन्य श्री आनन्दपुर की धरती सुन्दर प्यारी धरे यहाँ श्री चरण प्रभु ने मुद मंगल दुःख हारी जिन चरणों से चलकर आये सदगुरु मंगलकारी इन पावन श्री चरणों पर हम बार बार बलिहारी किस मुख से महिमा गाएं दुनियां के तारणहार की परमहंस अवतार की..

2. तख्त रुहानी पर सजधज बैठे है जग के वाली दर्शन करके छा जाती है तन मन पर हरियाली झूम रहे है आज खुशी में पत्ता डाली डाली बरस रही है नभ मण्डल से प्रेम की लाल गुलाली दर्शन सुख सन्मुख है फीकी सुख सुविधा संसार की परमहंस अवतार की…

3. यही तमन्ना है नित नित हम दर्श गुरु का पावें महिमा सदा सुने कानों से मुख से श्री गुण गावे दर्शन करके श्री गुरु का सौ सौ शुक्र मनावे अपने हद्धय में सत्गुरु की प्रेम की ज्योति जगावे जादू अजब जगा देती है बात गुरु के प्यार की परमहंस अवतार की..

4. श्री चरणों की छांव तले मस्तक के भाग जगा लो देवों को भी दुर्लभ है जो दर्श गुरु का पा लो खाली करके दिल की बैठक दासा छवि बसा लो बार बार दण्डौत करो नर तन का लाभ उठा लो धुर के लेख मिलाये सत्गुरु कृपा अपरम्पार की परमहंस अवतार की………….

जो राम नाम गुण गाता है जीवन में बड़ा सुख पाता है

जिन्हें साथ सतगुरु तुम्हारा मिला है

Leave a Comment