जिसके सिर ऊपर तू स्वामी | आना अपना भागा दा जाना अपना भागा दा
जिसके सिर ऊपर तू स्वामी, सो दुःख कैसा पावे जिसके सिर ऊपर तू स्वामी, सो दुःख कैसा पावे, तेरी शरण च जो कोई आवे, सब दे कष्ट तू आप मिटावे, तेरी शरण च जो कोई आवे, सब दे कष्ट तू आप मिटावे, किरपा सब ते आप बनावे, सदा सुखी वासे ओह प्राणि, सत दा नाम … Read more