सड़कों पर सम्भल कर कविता

गलियों-बाजारों में सड़कों पर, घूमते-फिरते हैं जानवर, कितने ही आवारा। गाय, सांड, सूअर, कुत्ते आदि, इनसे बचना है काम तुम्हारा। बीच सड़क में पसरे रहते हैं, एक-दूसरे से गुत्थमागुत्था होते हैं। अचानक किसी ओर दौड़ पड़ते हैं, राहगीरों को जख्मी करते हैं। देख-संभल कर बच कर चलना, अपनी सुरक्षा स्वयं ही करना । – ओम … Read more

तितली पर कविता | Poem on Butterfly 🦋

तितली पर कविता मनोहर और रंग बिरंगी, फूल बने हैं इसके संगी। आत्मबल और विश्वास, मिल जाएंगे तितली पास। बच्चों के मन तितली भाती, ठुमक ठुमक कर, खूब नाच दिखाती । मौन धारे या शोर मचाए, पंख फैलाकर उड़ती जाए। रंगों की है रानी यह, कितनी बड़ी स्यानी यह । पकड़ में नहीं आती तितली, … Read more

साधना पर कविता || Sadhna Poetry

साधना पर कविता पथ साधना का बड़ा निराला, अध्यात्म भाव जगाने वाला। जीवों को यह सब तरह से निहाल कर जाए, साधना नहीं कंगाल बनाए । प्रेरणा का पुंज है यह, मानो मधुवन-कुंज है यह। साधक का यह हुनर निखारे, एक तप बड़ा यह है प्यारे । कल्याण मार्ग का विस्तार, साधना करे झट तैयार … Read more

हरिवंश राय बच्चन कविता – कोयल

हरिवंश राय बच्चन कविता कोयल अहे, कोयल की पहली कूक ! अचानक उसका पड़ना बोल, हृदय में मधुरस देना घोल, श्रवणों का उत्सुक होना, बनना जिह्वा का मूक ! कूक, कोयल, या कोई मंत्र, फूँक जो तू आमोद-प्रमोद, भरेगी वसुंधरा की गोद ? कायाकल्प – क्रिया करने का ज्ञात तुझे क्या तंत्र ? बदल अब … Read more

अटल बिहारी वाजपेयी कविता जो दिल को छू जाएं

अटल बिहारी वाजपेयी कविता श्री अटल बिहारी वाजपेयी मूलतः कवि थे। जीवन के आरम्भिक वर्षों में उन्हें अपने घर का जो साहित्य-सौरभमय वातावरण मिला उससे उनके कोमल मन में नयी भाव-भंगिमाओं का उन्मेश हुआ। उनके बाल-मन में विश्व की एक विराट कल्पना; भारतीय जन-जीवन-समाज की सार्थक सोच जागी थी, जिसका विकसित रूप उनके महान व्यक्तित्व … Read more