भक्त के अधीन भगवान की कहानी

भक्त के अधीन भगवान की कहानी एक गरीब बालक था जो कि अनाथ था। एक दिन वो बालक संत के आश्रम मे आया और बोला कि बाबा आप सबका ध्यान रखते है, मेरा इस दुनिया मे कोई नहीं हैं तो क्या मैं यहाँ आपके आश्रम मे रह सकता हूँ ? बालक की बात सुनकर संत … Read more

मीरा की भक्ति – जब श्री कृष्ण ने अपना श्रृंगार बदला

मीरा की भक्ति – जब श्री कृष्ण ने अपना श्रृंगार बदला राणा सांगा के पुत्र और अपने पति राजा भोजराज की मृत्यु के बाद जब संबन्धियो द्वारा मीराबाई पर अत्याचार अपने चरम पे जा पहुँचे तो मीरा बाई मेवाड़ को छोड़कर तीर्थ को निकल गई। घूमते-घूमते वे वृन्दावन धाम जा पहुँची। जीव गोसांई जी वृंदावन … Read more

कैसे ध्यान की शक्ति से अपने सपनों को हकीकत में बदल सकते हैं?

ध्यान की शक्ति | | हर काम में ध्यान कैसे लगाएं? क्या आपने कभी सोचा है कि हर एक कदम जो हम जिंदगी में उठाते हैं वह हमारे लिए एक नया सफर की शुरुआत होता है। आज हम साथ में उस सफर की शुरुआत करेंगे। जिसमें हर काम को ध्यान बनाओ और आगे बढ़ो का … Read more

मन को वश करने के 5 नियम || 5 Rules to Control the Mind

मन को वश करने के पाँच नियम || 5 Rules to Control the Mind इसको पढ़ने के बाद आपका मन आपके बस में हो जाएगा और वही करेगा जो आप करना चाहते हो तो ध्यान से औरअंत तक जरूर पढ़े। आदतें है क्या ? एक बार एक परेशान शिष्य अपने गुरु के पास जाता है … Read more

आओ हम सब अपने गुरुदेव से नए साल के लिए प्रार्थना करें

अपने सद्गुरु के चरणों में नए साल के लिए प्रार्थना करें दिसंबर का ये आख़िरी महीना है। अब आने वाला वर्ष हमारे जीवन की चौखट पर खड़ा हुआ दस्तक दे रहा है तो इससे पहले कि पिछला वर्ष हमारे हाथ से निकल जाए जो घड़ियाँ हमारे हाथ में है हम सब मिलकर के एक छोटी … Read more

कुण्डलिनी महाशक्ति | Kundalini Shakti

कुण्डलिनी महाशक्ति | Kundalini Shakti कुण्डलिनी महाशक्ति क्या है एक शक्ति सर्व संसार में काम कर रही है। संसार की समस्त रचना उसी के द्वारा हुई है। इस शरीर में भी वही काम करने वाली शक्ति है। उसको कुण्डलिनी महामाया कहते हैं। नाभि के नीचे उसका स्थान है। पेट में मांस का एक कमल है। … Read more

आनन्द का अर्थ क्या है – इस शब्द ने हर प्राणी में हलचल मचा रखी है

आनन्द का अर्थ क्या है आयु की स्वर्णिम व उन्मादयुक्त घड़ियों में यौवन, मस्ती में भर देने वाली पुष्पों की सुन्दरता एवं सुगन्ध, प्रातःकाल के सुखद आगमन का प्रतीक भोर का तारा, ऋतुओं में रंग भरने वाला बसन्त, रात्रि की शोभा को बढ़ाने वाला चाँद, ये सब अपने-अपने विभागों में आनन्द के प्रदाता हैं। इनका … Read more

सतगुरु भजन – सतगुरु महिमा के आनंदमई भजन

Sadhguru darshan

सतगुरु भजन भजन का अर्थ होता है भगवान के गुणों का गान करना या उन्हें याद करना। सतगुरु भजन एक ऐसा गीत होता है। जिसमें सतगुरु की महिमा और उनके दिव्य गुणों की प्रशंसा की जाती है। सतगुरु शब्द के दो भाग होते हैं ‘संत’ जो सच्चाई और तत्वतः सत्य होता है और गुरु जो … Read more

ज्ञान प्राप्ति के लिए गुरु की शरण में जाना होगा

ज्ञान प्राप्ति के लिए गुरु शरण – साक्षात स्पष्ट ज्ञान का उदाहरण भगवद्गीता मेल लिखा है तद्विद्धि प्रणिपातेन परिप्रश्नेन सेवया । उपदेक्ष्यन्ति ते ज्ञानं ज्ञानिनस्तत्त्वदर्शिनः ।।4.34 ॥ अनुवाद एवं तात्पर्य : तुम गुरु के पास जाकर सत्य को जानने का प्रयास करो। उनसे विनीत होकर जिज्ञासा करो और उनकी सेवा करो। स्वरूपसिद्ध व्यक्ति तुम्हें ज्ञान … Read more

योग या भक्ति में असफल व्यक्ति का वास्तव में क्या होता है?

योग या भक्ति – ऐसा नहीं है कि भगवद् गीता ध्यान-योग पद्धति को अस्वीकार करती हो, वह इसे एक प्रमाणिक विधि के रूप में स्वीकार करती है, किन्तु वह यह भी दर्शाती है कि यह विधि इस युग में संभव नहीं है। अतः भगवद् गीता के छठे अध्याय की विषय-वस्तु को श्री कृष्ण तथा अर्जुन … Read more