Mantra || मंत्र – चेतना को परम चेतना तक पहुंचाने का साधन

ईश्वर नाम है उस शक्ति का जो प्रत्यक्ष न होते हुए भी सभी जगह है। पृथ्वी के कण-कण, अणु- अणु में ईश्वर की उपस्थिति दर्ज होती है। फिर भी ईश्वर है या नहीं, इसको लेकर समाज आदि काल से ही दो वर्गों में बंटा है-आस्तिक और नास्तिक आस्तिक ईश्वर की अलौकिक शक्ति को मानते हैं … Read more

सच्चे मन से पुकारो भगवान जरूर सुनते हैं।

सच्चे मन से पुकारो मीरा जी जब भगवान कृष्ण के लिए गाती थी तो भगवान बड़े ध्यान से सुनते थे। सूरदास जी जब पद गाते थे भी भगवान सुनते थे। और कहां तक कहूं कबीर जी तो यहां तक कह दिया-चींटी के पग नूपुर बाजे वह भी साहब सुनता है। एक चींटी कितनी छोटी होती … Read more

आज का विचार

आज का विचार किसी के लिए इतना भी मत गिरो, कि दूसरा कुचल कर चला जाए। कुछ कर गुजरने के लिए मौसम नहीं मन चाहिए, साधन सभी जुट जाएंगे, बस संकल्प का धन चाहिए । भरोसा ‘खुदा’ पर है तो जो लिखा है तक़दीर में वही पाओगे, भरोसा अगर ‘खुद’ पर है तो खुदा वही … Read more

अनमोल वचन

अनमोल वचन संतो के अनमोल वचन स्वाभाविक ही सुमिरण होने लगे तो मन सुमिरण है। 6.) दाद को खुजलाने में पहले सुख प्रतीत होता है, परन्तु बाद में असह्य कष्ट होता है। उसी प्रकार शरीर-इन्द्रियों के भोग मनुष्य को पहले बड़े सुखदायक प्रतीत होते हैं, परन्तु परिणाम इनका दुःख ही दुःख है। 8 .) तुम … Read more

हितोपदेश

सन्तों के वचन हितोपदेश होते है साध संग संसार में, दुरलभ मनुष सरीर । सतसंगति से मिटत है, त्रिविध ताप की पीर ॥ (सन्त दयाबाई जी) सन्तों के वचन है : संसार की प्रत्येक वस्तु–धन, संपदा, वैभव, परिवार आदि सब कुछ अन्त में बिछुड़ जायेगा; इनमें से कुछ भी परलोक में साथ नहीं जायेगा। इसलिये … Read more